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डी गुकेश ने विश्व शतरंज चैंपियनशिप के 11वें दौर में गत चैंपियन डिंग लिरेन को हराने के बाद रविवार को यहां कहा कि पहली बाजी गंवाने के बाद उन्होंने मानसिक मजबूती दिखाई जिससे वह पलटवार करके वापसी करने में सफल रहे। गुकेश ने कहा कि पहली बाजी में हार झेलने के बाद मुझे मानसिक मजबूती दिखाने की जरूरत थी।
सिंगापुर । भारतीय ग्रैंडमास्टर डी गुकेश ने विश्व शतरंज चैंपियनशिप के 11वें दौर में गत चैंपियन डिंग लिरेन को हराने के बाद रविवार को यहां कहा कि पहली बाजी गंवाने के बाद उन्होंने मानसिक मजबूती दिखाई जिससे वह पलटवार करके वापसी करने में सफल रहे। गुकेश ने यहां संवाददाताओं से कहा,‘‘पहली बाजी में हार झेलने के बाद मुझे मानसिक मजबूती दिखाने की जरूरत थी। विश्व चैंपियनशिप की पहली बाजी गवाना अच्छा नहीं माना जा सकता है लेकिन मैंने पलटवार किया और इसके बाद अच्छी शतरंज खेली।’’
गुकेश पहली बाजी हार गए थे लेकिन उन्होंने तीसरी बाजी जीत कर मुकाबला बराबरी पर ला दिया था। इसके बाद लगातार सात बाजी ड्रॉ रही लेकिन भारतीय खिलाड़ी ने अब 6-5 की बढ़त हासिल करके खिताब की तरफ मजबूत कदम बढ़ा दिए हैं। उन्होंने कहा कि वापसी करवाने में उनकी टीम की भूमिका बहुत अहम रही और जोखिम उठाने का अपने फायदा मिला।
भारतीय खिलाड़ी ने कहा, ‘‘इस बीच मुझे वापसी दिलाने के लिए मेरी टीम ने बहुत अच्छा काम किया। मैं यही सोच रहा था कि यह मुकाबला बेहद दिलचस्प है और मुझे जोखिम उठाने का भी फायदा मिला क्योंकि इससे मैंने उसे निश्चित तौर पर हैरानी में डाल दिया।’’ गुकेश ने यह मानने से इनकार कर दिया कि चीन का खिलाड़ी 11वीं बाजी में भी ड्रॉ के लिए खेल रहा था। उन्होंने कहा, ‘‘मैं नहीं मानता कि मेरा प्रतिद्वंदी अंक बांटने के लिए खेल रहा था। इस मुकाबले में वह भी कुछ अवसरों पर बेहतर स्थिति में था। यह 14 दौर का मुकाबला है और आप शुरू में ही इसे टाइब्रेक तक ले जाने की योजना नहीं बना सकते हैं क्योंकि शतरंज में गलतियां हमेशा होती हैं। यह मुकाबला अभी तक उतार चढ़ाव वाला रहा है।
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