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Kusum । Nov 27 2024 12:39PMदरअसल, राष्ट्रीय डोपिंग रोधी एजेंसी ने मंगलवार को बजंरग पूनिया को 10 मार्च को राष्ट्रीय टीम के लिए चयन ट्रायल के दौरान डोप परीक्षण के लिए अपना नमूना देने से इनकार करने पर चार साल के लिए निलंबित कर दिया।
हाल ही में राजनीति में कदम रखने वाले पहलवान बजरंग पूनिया को बड़ा झटका लगा है। दरअसल, राष्ट्रीय डोपिंग रोधी एजेंसी ने मंगलवार को बजंरग पूनिया को 10 मार्च को राष्ट्रीय टीम के लिए चयन ट्रायल के दौरान डोप परीक्षण के लिए अपना नमूना देने से इनकार करने पर चार साल के लिए निलंबित कर दिया।
बता दें कि, नाडा ने टोक्यो ओलंपिक खेलों के ब्रॉन्ज मेडलिस्ट बजरंग को इस अपराध के लिए सबसे पहले 23 अप्रैल को निलंबित किया था। इसके बाद विश्व सासी निकाय यूडब्ल्यूडब्ल्यू ने भी उन्हें निलंबित कर दिया था। बजरंग पूनिया ने अंतिम निलंबन के खिलाफ अपील की थी। नाडा के अनुशासनात्मक डोपिंग पैनल ने 31 मई को नाडा की ओर से आरोप का नोटिस जारी किए जाने तक इसे रद्द कर दिया गया था।
नाडा ने इसके बाद 23 जून को पहलवान को नोटिस दिया। बजरंग पूनिया ने 11 जुलाई को एक लिखित प्रस्तुतिकरण में आरोप को चुनौती दी। इसके बाद 20 सितंबर और 4 अक्टूबर को सुनवाई हुई। सुनवाई पूरी होने के बाद एडीडीपी ने अपने आदेश में कहा कि, पैनल का मानना है कि एथलीट अनुच्छेद 10.3.1 के तहत प्रतिबंधों के लिए जवावदेह हैं और 4 साल की अवधि के लिए अयोग्यता के लिए उत्तरदायी है।
वहीं पैनल के अनुसार, मौजूदा मामले में चूंकि एथलीट को अंतिम रूप से निलंबित किया गया था इसलिए पैनल मानता है कि एथलीट को 4 साल की अवधि के लिए अयोग्यता की अवधि अधिसूचना भेजे जाने की तारीख से शुरू होगी इसका मतलब इस साल 23 अप्रैल से। चूंकि 31 मई 2024 से 21 जून 2024 तक की अवधि के दौरान अंतिम निलंबन को रद्द कर दिया गया था इसलिए ये कहने की जरूरत नहीं है कि निलंबन की सजा में समय सीमा को नहीं जोड़ा जाएगा।
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