ANI
शिवसेना ने बुधवार को कहा कि एकनाथ शिंदे कभी भी उपमुख्यमंत्री का पद स्वीकार नहीं करेंगे। शिंदे सेना के एक नेता ने कहा कि 20 नवंबर के महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में सत्तारूढ़ महायुति की प्रचंड जीत केवल एकनाथ शिंदे के कारण थी।
महाराष्ट्र का अगला मुख्यमंत्री कौन बनेगा, इस पर सस्पेंस के बीच देवेंद्र फडणवीस को दिल्ली बुलाया गया है। बताया जा रहा है कि उनकी मुलाकात अमित शाह और भाजपा के अन्य बड़े नेताओं से हो सकती है। सूत्रों का दावा है कि फडणवीस का महाराष्ट्र का अगला मुख्यमंत्री बनना लगभग तय है क्योंकि केंद्रीय नेतृत्व ने हरी झंडी दे दी है। हालांकि, एकनाथ शिंदे की नाराजगी भाजपा की परेशानी को बढ़ा रही है। 25 नवंबर को राष्ट्रीय राजधानी से एक वरिष्ठ बीजेपी नेता ने एकनाथ शिंदे को फोन पर जानकारी दी कि देवेंद्र फडणवीस अगले सीएम होंगे और जिसके बाद 26 नवंबर को एकनाथ शिंदे ने इस्तीफा दे दिया।
वहीं, शिवसेना ने बुधवार को कहा कि एकनाथ शिंदे कभी भी उपमुख्यमंत्री का पद स्वीकार नहीं करेंगे। शिंदे सेना के एक नेता ने कहा कि 20 नवंबर के महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में सत्तारूढ़ महायुति की प्रचंड जीत केवल एकनाथ शिंदे के कारण थी। शिवसेना नेता संजय शिरसाट ने कहा ने कहा कि विधानसभा चुनाव एकनाथ शिंदे के नाम पर लड़ा गया था। वह मुख्यमंत्री के रूप में वापसी के हकदार हैं। वह उपमुख्यमंत्री का पद स्वीकार नहीं करेंगे। अगर बीजेपी हमारी मांग (शिंदे को मुख्यमंत्री बनाने की) पूरी करती है तो लोगों में अच्छा संदेश जाएगा। शिंदे के मुख्यमंत्री बनने पर भविष्य के चुनाव हमारे लिए फायदेमंद साबित होंगे।
इन घटनाक्रमों के बीच बीजेपी की केंद्रीय पर्यवेक्षक टीम अगले दो दिनों में मुंबई आएगी और इस दौरान देवेंद्र फड़णवीस को नेता चुनने की औपचारिकताएं पूरी की जाएंगी। इस बीच, एनसीपी द्वारा महाराष्ट्र के सीएम पद के लिए देवेंद्र फड़णवीस का समर्थन करने के बाद से एकनाथ शिंदे के रुख में कुछ हद तक नरमी आई है। सूत्रों ने बताया कि महाराष्ट्र में नई सरकार में एकनाथ शिंदे की पार्टी शिवसेना को शहरी विकास और राजस्व जैसे अहम मंत्रालय दिए जा सकते हैं। महायुति गठबंधन, जिसमें शिंदे सेना, भाजपा और अजीत पवार के नेतृत्व वाली राकांपा शामिल है, ने उच्च दांव वाले चुनावों में 288 विधानसभा सीटों में से 230 सीटें जीतकर महाराष्ट्र में सत्ता बरकरार रखी।
अन्य न्यूज़