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मजार के पास छात्रों ने मंगलवार को हनुमान चालीसा का पाठ करने का ऐलान किया। इसे देखते हुए मौके पर भारी संख्या में पुलिस की तैनाती की गई है। मौके पर अपर पुलिस आयुक्त (कानून एवं व्यवस्था) डॉ. एस चनप्पा छात्रों से बात करने पहुंचे।
लखनऊ। वक्फ बोर्ड द्वारा वाराणसी के उदय प्रताप कॉलेज को अपनी संपत्ति घोषित कर नोटिस जारी किया है। जिसकी जानकारी मिलने के बाद कॉलेज के स्टाफ और छात्रों में नाराजगी है। इसी बात को लेकर सोमवार को कॉलेज में विरोध प्रदर्शन के बाद मंगलवार को छात्र मजार के पास हनुमान चालीसा का पाठ करने पहुंच गए। बता दें उदय प्रताप कॉलेज की स्थापना महाराजा राजर्षि सिंह जूदेव ने 1909 में की थी। परिसर में कई शैक्षिक संस्थान संचालित किए जाते हैं, जिनमें उदय प्रताप इंटर कॉलेज, रानी मुरार बालिका इंटर कॉलेज, उदय प्रताप पब्लिक स्कूल, मैनेजमेंट कॉलेज और उदय प्रताप स्वायत्तशासी कॉलेज शामिल हैं। इन सभी संस्थानों में कुल 15 हजार से अधिक छात्र-छात्राएं पढ़ते हैं।
मजार के पास छात्रों ने मंगलवार को हनुमान चालीसा का पाठ करने का ऐलान किया। इसे देखते हुए मौके पर भारी संख्या में पुलिस की तैनाती की गई है। मौके पर अपर पुलिस आयुक्त (कानून एवं व्यवस्था) डॉ. एस चनप्पा छात्रों से बात करने पहुंचे। लेकिन, छात्रों ने किसी की एक नहीं मानी। भारी संख्या में जुटे छात्रों ने एक साथ हनुमान चालीसा का पाठ करना शुरू कर दिया। हनुमान चालीसा का पाठ करने पहुंचे छात्रों को काबू करने में पुलिस के भी पसीने छूट गए। छात्रों के विरोध के बीच पुलिस अधिकारी उन्हे समझाने में जुटे रहे, लेकिन छात्रों की जुबान पर केवल जय श्रीराम का नारा ही रहा। कॉलेज के छात्र सुबह से ही इकट्ठा होने लगे। उन्होंने हनुमान चालीसा का ऐलान करने के साथ ही जय श्री राम का नारा लगाना शुरू कर दिया। धीरे- धीरे छात्रों की संख्या सैकड़ों में हो गई। सभी एक सुर में हनुमान चालीसा का पाठ करने लगे।
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